Why was Mayor Harpreet Kaur Babla shocked after hearing 32 crores

32 करोड़ सुनकर क्यों हुई मेयर हरप्रीत कौर बबला स्तब्ध, देखें पूरी कहानी

Why was Mayor Harpreet Kaur Babla shocked after hearing 32 crores

Why was Mayor Harpreet Kaur Babla shocked after hearing 32 crores

Why was Mayor Harpreet Kaur Babla shocked after hearing 32 crores- चंडीगढ़ (साजन शर्मा)I नगर निगम की महापौर हरप्रीत कौर बबला ने कोर्ट व बैंकों में पड़ी 32 करोड़ की रकम का कड़ा नोटिस लिया है। उन्होंने सख्त ऐतराज जताते हुए कहा कि प्रशासन खर्चे तो निगम के खाते में डाल देता है लेकिन जो आमदनी नगर निगम के नाम की है, उसे अब तक अपने पास रखे बैठा है।

कम से कम इसकी सूचना तो प्रशासन की ओर से नगर निगम को दी जानी चाहिये थी। उन्होंने कहा कि नगर निगम की आर्थिक सेहत सुधारने के लिये प्रशासन की ओर से कोर्ट के बैंक अकाउंट व पंजाब नेशनल बैंक में जमा कराई गई करीब 32 करोड़ की रकम को हासिल करने के लिये जल्द मीटिंग बुलाएंगी और इस मसले का पूरा एजेंडा लेकर आएंगी। हरप्रीत कौर बबला ने कहा कि यह बहुत ही गंभीर मसला है।

सबसे दुखद पहलू इसमें यह है कि आर्थिक संकट झेल रहे नगर निगम के अफसर कितनी लापरवाही से काम कर रहे हैं जिन्हें बीते करीब 30 साल में मालूम ही नहीं पड़ा कि इतनी रकम बैंक में जमा पड़ी है और उस पर काफी ब्याज भी लग गया है। जब उन्हें बताया गया कि यह रकम को लैंड एक्वीजीशन अफसर ने महज मलोया की जमीन की ऐवज में जमा कराई है। अन्य गांवों की जमीन का हिसाब-किताब तो अभी पता ही नहीं चल पाया है।

सेंट्रल ऑडिट ने नगर निगम के रिकार्ड जांचने के बाद यह खुलासा किया है कि 28 साल से ज्यादा वक्त में करीब 32 करोड़ की रकम जो नगर निगम को प्रशासन से मिलनी चाहिये थी उस पर दावा ही नहीं किया गया को लेकर उन्होंने हैरत जताई और कहा कि अफसरों व निगम के स्तर पर यह बड़ी मूर्खतापूर्ण व लापरवाह कार्रवाई है।